80 करोड़ लोगों को फायदा देने वाली योजना, केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को एक ऐसा फैसला किया है जिसका फायदा सीधे तौर पर देश की 80 करोड़ जनता को मिलेगा वह भी एक, दो साल नहीं बल्कि 5 साल तक और इसके लिए देशभर में करीब 5 लाख दुकानों को जिम्मा दिया गया है.
पीएम गरीब कल्याण योजना |
- इसका दायरा कई बार बढ़ाया गया है और अब एक साथ पांच साल के लिए इसकी अवधि बढ़ा दी गई है.
- 1 जनवरी 2024 से बढ़ाई गई इस सीमा का फायदा 2029 तक लिया जा सकेगा.
- प्यार सदस्य को 5 किलो गेहूं या चावल हर महीना मिलता है.
नई दिल्ली:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को देश के करीब 80 करोड लोगों को सीधे फायदा देने वाली गरीब कल्याण पैकेज (PMGKP) पर बड़ा फैसला किया है कैबिनेट ने बताया है कि इस योजना को अगले 5 साल तक और जारी रखा जाएगा साथ ही इसका फायदा पहले की तरह ही देश की करीब दो तिहाई जनता को मिलता रहेगा इसके लिए देशभर में राशन की 5 लाख दुकानों को सक्रिय किया गया है ।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना को कोरोना कल में शुरू किया गया था इसका मकसद कोविद-19 महामारी की वजह से प्रभावित देश के गरीब और अति गरीबों को मुक्त अनाज उपलब्ध कराना था । पहले इस योजना को सिर्फ अप्रैल से मई तक यानी साल 2020 के 3 महीना में शुरू किया गया था बाद में इसका दायरा कई बार बढ़ाया गया और अब एक साथ 5 साल के लिए इसकी अवधि बढ़ा दी गई है 1 जनवरी 2024 से बढ़ाई गई है इस सीमा का फायदा 2029 तक मिलेगा।
क्या है योजना की बड़ी खासियत
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत देश की करीब 80 करोड़ जनता को मुक्त अनाज दिया जाता है इस योजना में परिवार के हर सदस्य को 5 किलो गेहूं या चावल हर महीना मिलता है साथ ही एक किलोग्राम चना दिया जाता है इसका मतलब हुआ कि अगर किसी परिवार में चार सदस्य हैं तो उसे 20 किलो चावल अथवा गेहूं दिया जाएगा जबकि 4 किलो चना हर महीने दिया जाता है ।
दो योजनाओं को मिलाकर हुई तैयार
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना को दो योजनाओं से मिलकर बनाया गया है भारतीय खाघ सुरक्षा अधिनियम के तहत अंत्योदय अन्न योजना और प्राथमिक घरेलू योजना के लाभार्थियों को इसमें शामिल किया गया है दोनों योजनाएं मिलकर नया नाम 1 जनवरी 2023 से लागू किया गया था फिलहाल इसी नाम से योजना को चलाया जा रहा है और अब इसका दायरा बढ़ाकर 2029 तक कर दिया गया है ।
कैसे उठाएं फायदा ?
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का फायदा उठाने के लिए सबसे पहले पंजीकरण करना होता है पंजीकरण कराने के लिए प्रेम सूचना ब्यूरो की वेबसाइट पर जाएं इसके बाद (PMGKY) के आवेदन के विकल्प पर क्लिक करें इसके बाद बैंक डिटेल वह मांगी गई अन्य जानकारियां भरे सबमिट पर क्लिक करने के बाद आपका पंजीकरण हो जाएगा।
ध्यान दें, ऐसे करना होगा Apply
- Apply करने के लिए गरीब कल्याण योजना की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं ।
- आवेदन पत्र डाउनलोड करें और नाम पता व अन्य जानकारियां भरे ।
- इस आवेदन पर हस्ताक्षर करने के साथ अन्य जरूरी डॉक्यूमेंट लगाकर जमा कराए।
- आपको पोर्टल पर ही योजना में चुने जाने की योजना दे दी जाएगी ।
- आप जिस राज्य के हैं वहां के पोर्टल पर जाकर योजना में चुने जाने की पूरी जानकारी मिल जाएगी
किसानों के लिए सबसे बड़ी योजना
प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना
सरकार द्वारा वर्ष 2018-19 से प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने हेतु प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना आरंभ की गई इसके अंतर्गत रसायनों के प्रयोग को हतोत्साहित कर देसी गाय के गोबर व गोमूत्र तथा स्थानीय वनस्पतियों पर आधारित आधारों के प्रयोग की कृपा से की जाती है ।
मुख्य लक्ष्य:-
- पर्यावरण संरक्षण
- फसल विविधीकरण को बढ़ावा
- फसल उत्पादन लागत को कम करना
प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए निम्नलिखित पग उठाए जा रहे हैं ।
इस योजना का मार्गदर्शन प्रदेश स्तर पर माननीय मुख्यमंत्री जी की अध्यक्षता में गठित शीर्ष सीमित (Apex Committee) कर रही है, तथा इसका संचालन एवं निगरानी प्रदेश स्तर पर मुख्य सचिव के अध्यक्षता में गठित विशेष कार्यबल (State Level Task Force) कर रहा है । योजना के कार्यान्वयन और निगरानी के लिए राज्य परियोजना निदेशक की अध्यक्षता में राज्य परियोजना कार्य बने इकाई का गठन किया गया है । यह इकाई प्रदेश में कृषि विभाग के माध्यम से इस योजना का कार्यान्वयन कर रही है । जिला स्तर पर इस योजना को आत्मा परियोजना के अंतर्गत चलाए जा रहा है जिसमें तीन अधिकारी व खंड तकनीकी प्रबंधन और सहायता तकनीकी प्रबंधन शामिल है ।
- इस योजना के अंतर्गत किसानों में क्षमता निर्माण कर लगातार उनसे संपर्क बनाए रखने, निगरानी और नियमित सलाह एवं सहयोग पर निवेश ध्यान दिया जा रहा है ।
- किसानो को यह खेती विधि आसानी से समझ आ जाती है इसके लिए खेती विविध से संबंधित साहित्य भी राज्य परियोजना कार्य बने इकाई द्वारा नि:शुल्क मुहैया करवाया जा रहा है ।
किसानों को प्राकृतिक खेती के प्रति प्रोत्साहित करने हेतु राज्य सरकार द्वारा निबंध अनुवाद का प्रावधान :-
- प्राकृतिक खेती में प्रयोग होने वाले आदान बनाने के लिए ड्रम खरीद कर अधिकतम 2,250 रुपए (रुपए ₹750/- प्रति ड्रम, प्राकृतिक खेती किसान परिवार के लिए) अनुदान का प्रावधान ।
- कृषको तथा कृषि, बागवानी व पशुपालन विभाग के लिए अधिकारियों को इस नई प्रणाली के बारे में अवगत कराने के लिए विस्तृत जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन ।
- विश्वविद्यालयों द्वारा इसके लिए पैकेज आफ प्रैक्टिस तैयार किए जाने का प्रावधान ।
- गौशाला के फर्श को पक्का कर गोमूत्र इकट्ठा करने के लिए गड्ढ़ा बनाने हेतु अधिकतम ₹8000 प्रति प्राकृतिक खेती किस के लिए दिए जाने का आदेश |
- भारतीय नस्ल की गाय की खरीद पर 50% उपादान और अधिकतम 25000 रुपए की उपादान का प्रावधान है तथा इसके परिवहन के लिए 5000 अतिरिक्त दिए जा रहे हैं ।
- प्राकृतिक खेती में काम आने वाले आदानों की आपूर्ति हेतु प्रत्येक गांव में प्राकृतिक खेती संसाधन भंडार खोलने के लिए ₹10,000 तक की सहायता राशि प्रदान कर रही है ।